जम्मू: इलाके में लगातार बढ़ती आतंकवादी गतिविधियों और सीमा पार से घुसपैठ के बीच शनिवार को जम्मू में हाई लेवल की सिक्योरिटी बैठक की गई। इस बैठक में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी सहित बीएसएफ, सीआरपीएफ, जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजीपी, खुफिया एजेंसियों के प्रमुखों और अन्य वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी भी शामिल हुए। सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी ने पहले पुलिस मुख्यालय में एक घंटे से अधिक समय तक चली बैठक की अध्यक्षता की। सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने शनिवार को जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को आश्वासन दिया कि सशस्त्र बल और सुरक्षा एजेंसियां जम्मू में बढ़ती आतंकवादी गतिविधियों से निपटने और शांति एवं स्थिरता बनाए रखने के लिए 'तालमेल से अभियान' संचालित करेंगी।
आतंकवाद रोधी अभियान पर हुई चर्चा
इसके बाद लगभग सभी लोग बैठक के दूसरे दौर के लिए राजभवन चले गए। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सुरक्षा स्थिति को लेकर सेना प्रमुख, विभिन्न सुरक्षा एवं कानून प्रवर्तन एजेंसियों के प्रमुखों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने जम्मू संभाग में समन्वित आतंकवाद रोधी अभियान को सक्रियता से चलाने को कहा। उपराज्यपाल ने कहा, ‘‘हमें आतंकवादियों और उन्हें सहायता देने वालों का सफाया करने के लिए सभी एजेंसियों के बीच बेहतर तालमेल के साथ सावधानीपूर्वक और सुनियोजित आतंकवाद रोधी अभियान शुरू करना चाहिए।’’
सुरक्षा व्यवस्था होनी चाहिए मजबूत
एक आधिकारिक बयान के अनुसार मनोज सिन्हा ने यह भी निर्देश दिया कि सीमा पार से घुसपैठ को रोकने के लिए सुरक्षा-व्यवस्था को मजबूत किया जाना चाहिए। 30 जून को भारतीय सेना के 30वें प्रमुख के रूप में कार्यभार संभालने के बाद तीन सप्ताह से भी कम समय में सेना प्रमुख का जम्मू का यह दूसरा दौरा है। बता दें कि आठ और 15 जुलाई को कठुआ के माचेडी और डोडा के देसा वन क्षेत्रों में हुए दो अलग-अलग आतंकवादी हमलों में एक कैप्टन समेत नौ सैन्यकर्मी शहीद हो गए थे।
एडीजीपीआई ने दी जानकारी
भारतीय सेना के अतिरिक्त लोक सूचना महानिदेशालय (एडीजीपीआई) ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि जम्मू में 'संयुक्त सुरक्षा समीक्षा बैठक' का उद्देश्य क्षेत्र में आतंकवादियों और राष्ट्र विरोधी तत्वों के दुर्भावनापूर्ण मंसूबों को विफल करना था। एडीजीपीआई ने कहा कि सेना प्रमुख (सीओएएस) ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से मुलाकात की और क्षेत्र में मौजूदा सुरक्षा स्थिति पर विचार-विमर्श किया। बयान में कहा गया, ''सेना प्रमुख ने उपराज्यपाल को वर्तमान स्थिति से निपटने और क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए सशस्त्र बलों और सुरक्षा एजेंसियों द्वारा समन्वित दृष्टिकोण अपनाने का आश्वासन दिया।''