अजय: उपभोक्ता न्यायालय और उपभोक्ता फोरम में क्या अंतर है?
विजय: उपभोक्ता न्यायालय और उपभोक्ता फोरम वास्तव में एक ही चीज़ हैं। उपभोक्ता न्यायालय को आमतौर पर उपभोक्ता फोरम भी कहा जाता है।
अजय: क्या आप इसका मतलब समझा सकते हैं?
विजय: हां, बिलकुल। उपभोक्ता फोरम उपभोक्ताओं की शिकायतों के निवारण के लिए एक मंच है। इसे तीन स्तरों पर बांटा गया है:
1. जिला स्तर (District Level) - जिला उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग।
2. राज्य स्तर (State Level) - राज्य उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग।
3. राष्ट्रीय स्तर (National Level) - राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग।
अजय: तो उपभोक्ता न्यायालय क्या होता है?
विजय: उपभोक्ता न्यायालय उपभोक्ता फोरम का ही दूसरा नाम है। यह एक सामान्य शब्द है जो उपभोक्ता फोरम के विभिन्न स्तरों को संदर्भित करता है। इसे साधारण भाषा में उपभोक्ता अदालत भी कहा जाता है।
अजय: ठीक है, तो इसका मतलब यह है कि उपभोक्ता न्यायालय और उपभोक्ता फोरम में वास्तव में कोई बड़ा अंतर नहीं है?
विजय: हां, बिल्कुल सही। दोनों का मुख्य उद्देश्य उपभोक्ता शिकायतों का निपटान करना और उपभोक्ताओं के अधिकारों की रक्षा करना है।
अजय: धन्यवाद, अब मैं समझ गया।
विजय: कोई बात नहीं, अगर और कोई सवाल हो तो बताइए।
Difference between consumer court and consumer forum
Forum rules
हिन्दी डिस्कशन फोरम में पोस्टिंग एवं पेमेंट के लिए नियम with effect from 18.12.2024
1. यह कोई paid to post forum नहीं है। हम हिंदी को प्रोत्साहन देने के लिये कुछ आयोजन करते हैं और पुरस्कार भी उसी के अंतर्गत दिए जाते हैं। अभी निम्न आयोजन चल रहा है
https://hindidiscussionforum.com/viewto ... t=10#p4972
2. अधिकतम पेमेंट प्रति सदस्य -रुपये 1000 (एक हजार मात्र) पाक्षिक (हर 15 दिन में)।
3. अगर कोई सदस्य एक हजार से ज्यादा रुपये की पोस्टिग करता है, तो बचे हुए रुपये का बैलन्स forward हो जाएगा और उनके account में जुड़ता चला जाएआ।
4. सदस्यों द्वारा करी गई प्रत्येक पोस्टिंग का मौलिक एवं अर्थपूर्ण होना अपेक्षित है।
5. पेमेंट के पहले प्रत्येक सदस्य की postings की random checking होती है। इस दौरान यदि उनकी postings में copy /paste अथवा अनर्थपूर्ण content की मात्रा अधिक/अनुचित पाई जाती है, तो उन्हें एक रुपये प्रति पोस्ट के हिसाब से पेमेंट किया जाएगा।
6. अगर किसी सदस्य की postings में नियमित रूप से copy /paste अथवा अनर्थपूर्ण content की मात्रा अधिक/अनुचित पाई जाती है, तो उसका account deactivate होने की प्रबल संभावना है।
7. किसी भी विवादित स्थिति में हिन्दी डिस्कशन फोरम संयुक्त परिवार के management द्वारा लिया गया निर्णय अंतिम एवं सर्वमान्य होगा।
8. यह फोरम एवं इसमे आयोजित सारी प्रतियोगिताएं हिन्दी प्रेमियों द्वारा, हिन्दी प्रेमियों के लिए, सुभावना लिए, प्रेम से किया गया प्रयास मात्र है। यदि इसे इसी भावना से लिया जाए, तो हमारा विश्वास है की कोई विशेष समस्या नहीं आएगी।
यदि फिर भी .. तो कृपया हमसे संपर्क साधें। आपकी समस्या का उचित निवारण करने का यथासंभव प्रयास करने हेतु हम कटिबद्ध है।
हिन्दी डिस्कशन फोरम में पोस्टिंग एवं पेमेंट के लिए नियम with effect from 18.12.2024
1. यह कोई paid to post forum नहीं है। हम हिंदी को प्रोत्साहन देने के लिये कुछ आयोजन करते हैं और पुरस्कार भी उसी के अंतर्गत दिए जाते हैं। अभी निम्न आयोजन चल रहा है
https://hindidiscussionforum.com/viewto ... t=10#p4972
2. अधिकतम पेमेंट प्रति सदस्य -रुपये 1000 (एक हजार मात्र) पाक्षिक (हर 15 दिन में)।
3. अगर कोई सदस्य एक हजार से ज्यादा रुपये की पोस्टिग करता है, तो बचे हुए रुपये का बैलन्स forward हो जाएगा और उनके account में जुड़ता चला जाएआ।
4. सदस्यों द्वारा करी गई प्रत्येक पोस्टिंग का मौलिक एवं अर्थपूर्ण होना अपेक्षित है।
5. पेमेंट के पहले प्रत्येक सदस्य की postings की random checking होती है। इस दौरान यदि उनकी postings में copy /paste अथवा अनर्थपूर्ण content की मात्रा अधिक/अनुचित पाई जाती है, तो उन्हें एक रुपये प्रति पोस्ट के हिसाब से पेमेंट किया जाएगा।
6. अगर किसी सदस्य की postings में नियमित रूप से copy /paste अथवा अनर्थपूर्ण content की मात्रा अधिक/अनुचित पाई जाती है, तो उसका account deactivate होने की प्रबल संभावना है।
7. किसी भी विवादित स्थिति में हिन्दी डिस्कशन फोरम संयुक्त परिवार के management द्वारा लिया गया निर्णय अंतिम एवं सर्वमान्य होगा।
8. यह फोरम एवं इसमे आयोजित सारी प्रतियोगिताएं हिन्दी प्रेमियों द्वारा, हिन्दी प्रेमियों के लिए, सुभावना लिए, प्रेम से किया गया प्रयास मात्र है। यदि इसे इसी भावना से लिया जाए, तो हमारा विश्वास है की कोई विशेष समस्या नहीं आएगी।
यदि फिर भी .. तो कृपया हमसे संपर्क साधें। आपकी समस्या का उचित निवारण करने का यथासंभव प्रयास करने हेतु हम कटिबद्ध है।
Re: Difference between consumer court and consumer forum
उपभोक्ता न्यायालय और उपभोक्ता फोरम दोनों उपभोक्ताओं के अधिकारों की रक्षा करते हैं, लेकिन इनमें अंतर है। उपभोक्ता न्यायालय मुख्य रूप से कानूनी मामलों का निपटारा करता है, जबकि उपभोक्ता फोरम मुख्य रूप से उपभोक्ताओं की शिकायतों का समाधान करता है। फोरम का उद्देश्य सस्ती और जल्दी राहत देना है, जबकि न्यायालय अधिक गंभीर और जटिल मामलों का हल करता है।