पड़ोसी पर हंसी-मज़ाक
Posted: Sat Jul 27, 2024 5:10 pm
1. पहला जोक:
- राहुल: "मेरे पड़ोसी इतने अजीब हैं कि जब वे गुस्से में होते हैं, तो अपने दरवाजे को ठोकर मारते हैं।"
- राघव: "अरे! तो क्या करते हैं वो?"
- राहुल: "मैंने पूछा, 'क्यों?' उन्होंने कहा, 'ताकि दरवाजा भी समझे कि मैं गुस्से में हूँ!'"
2. दूसरा जोक:
- पत्नी: "हमारे पड़ोसी के घर में हर वक्त शांति रहती है।"
- पति: "क्यों?"
- पत्नी: "क्योंकि उनका कुत्ता भी सिर्फ बिन बुलाए ही भौंकता है!"
3. तीसरा जोक:
- पड़ोसी: "भाई, मुझे तुम्हारे बच्चों की आवाजें बहुत पसंद हैं।"
- कृष्णा: "ओह, धन्यवाद! लेकिन तुमने कभी सुनी है मेरी पत्नी की आवाज?"
- पड़ोसी: "नहीं, लेकिन मैं सुनना चाहता हूँ।"
- कृष्णा: "अरे, तब तो तुम्हें मेरे बच्चों की आवाजें और भी प्यारी लगेंगी!"
4. चौथा जोक:
- पड़ोसी: "भाई, तुम्हारे घर में तो बहुत अच्छा माहौल है।"
- रामु: "क्यों, कैसे?"
- पड़ोसी: "क्योंकि तुम हमेशा अपने घर का बिजली का बिल खुद चुकाते हो और कभी भी मेरे बटन को न छेड़ते हो!"
5. पांचवां जोक:
- पड़ोसी: "तुम्हारे घर में कितनी बार खाना बनता है?"
- मधु: "अरे, रोज़ ही बनता है।"
- पड़ोसी: "फिर तुम्हारी पत्नी कितनी बार जला देती है?"
- मधु: "भाई, एक बार भी नहीं।"
- पड़ोसी: "कैसे?"
- मधु: "क्योंकि वह खुद ही 'फायर ब्रिगेड' का काम कर देती है!"
इन मजेदार जोक्स के साथ, पड़ोसी की रोज़मर्रा की जिंदगी में थोड़ी हंसी और रंग भर सकते हैं!
- राहुल: "मेरे पड़ोसी इतने अजीब हैं कि जब वे गुस्से में होते हैं, तो अपने दरवाजे को ठोकर मारते हैं।"
- राघव: "अरे! तो क्या करते हैं वो?"
- राहुल: "मैंने पूछा, 'क्यों?' उन्होंने कहा, 'ताकि दरवाजा भी समझे कि मैं गुस्से में हूँ!'"
2. दूसरा जोक:
- पत्नी: "हमारे पड़ोसी के घर में हर वक्त शांति रहती है।"
- पति: "क्यों?"
- पत्नी: "क्योंकि उनका कुत्ता भी सिर्फ बिन बुलाए ही भौंकता है!"
3. तीसरा जोक:
- पड़ोसी: "भाई, मुझे तुम्हारे बच्चों की आवाजें बहुत पसंद हैं।"
- कृष्णा: "ओह, धन्यवाद! लेकिन तुमने कभी सुनी है मेरी पत्नी की आवाज?"
- पड़ोसी: "नहीं, लेकिन मैं सुनना चाहता हूँ।"
- कृष्णा: "अरे, तब तो तुम्हें मेरे बच्चों की आवाजें और भी प्यारी लगेंगी!"
4. चौथा जोक:
- पड़ोसी: "भाई, तुम्हारे घर में तो बहुत अच्छा माहौल है।"
- रामु: "क्यों, कैसे?"
- पड़ोसी: "क्योंकि तुम हमेशा अपने घर का बिजली का बिल खुद चुकाते हो और कभी भी मेरे बटन को न छेड़ते हो!"
5. पांचवां जोक:
- पड़ोसी: "तुम्हारे घर में कितनी बार खाना बनता है?"
- मधु: "अरे, रोज़ ही बनता है।"
- पड़ोसी: "फिर तुम्हारी पत्नी कितनी बार जला देती है?"
- मधु: "भाई, एक बार भी नहीं।"
- पड़ोसी: "कैसे?"
- मधु: "क्योंकि वह खुद ही 'फायर ब्रिगेड' का काम कर देती है!"
इन मजेदार जोक्स के साथ, पड़ोसी की रोज़मर्रा की जिंदगी में थोड़ी हंसी और रंग भर सकते हैं!