उपभोक्ता अदालत में शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया कुछ कदमों में की जाती है। यहाँ एक सामान्य मार्गदर्शन दिया जा रहा है:
1. शिकायत तैयार करना
- शिकायत पत्र: शिकायत पत्र में पूरी घटना का विवरण दें। इसमें आपकी शिकायत का कारण, कंपनी या व्यक्ति का नाम, पता, और आपके द्वारा प्राप्त सेवाओं या वस्तुओं का विवरण होना चाहिए।
- समर्थन दस्तावेज: आपके पास जो भी दस्तावेज़ हों, जैसे रसीदें, गारंटी कार्ड, ईमेल वार्तालाप, आदि, उनकी प्रतियाँ संलग्न करें।
2. विधिक नोटिस भेजना
- विधिक नोटिस: उपभोक्ता अदालत में शिकायत दर्ज करने से पहले, आप संबंधित कंपनी या व्यक्ति को विधिक नोटिस भेजें। इसमें शिकायत के बारे में जानकारी दें और समाधान की मांग करें। आमतौर पर, 15-30 दिनों का समय समाधान के लिए दिया जाता है।
3. शिकायत दर्ज करना
- उपभोक्ता अदालत: अगर विधिक नोटिस का जवाब संतोषजनक नहीं है या आपको समाधान नहीं मिलता है, तो आप उपभोक्ता अदालत में शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
- फोरम का चयन: आपके मामले के आधार पर, आपको जिला उपभोक्ता विवाद निवारण फोरम (District Consumer Disputes Redressal Forum), राज्य उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग (State Consumer Disputes Redressal Commission), या राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग (National Consumer Disputes Redressal Commission) में शिकायत दर्ज करनी होगी।
- जिला फोरम: जब शिकायत की राशि ₹20 लाख तक हो।
- राज्य आयोग: जब शिकायत की राशि ₹20 लाख से ₹1 करोड़ तक हो।
- राष्ट्रीय आयोग: जब शिकायत की राशि ₹1 करोड़ से अधिक हो।
4. शिकायत फाइल करना
- शिकायत पत्र: अपनी शिकायत का एक साफ-सुथरा पत्र तैयार करें।
- फीस का भुगतान: संबंधित फोरम में शिकायत दाखिल करने के लिए नाममात्र शुल्क जमा करें। यह शुल्क आमतौर पर शिकायत की राशि पर निर्भर करता है।
- शिकायत दाखिल करें: उपभोक्ता अदालत में व्यक्तिगत रूप से जाकर या वकील के माध्यम से अपनी शिकायत दर्ज करें।
5. शिकायत की प्रक्रिया
- अदालत का नोटिस: अदालत आपकी शिकायत स्वीकार कर लेगी और संबंधित पार्टी को नोटिस भेजेगी।
- सुनवाई: अदालत में सुनवाई होगी, जहाँ दोनों पक्ष अपनी बात रखेंगे।
- निर्णय: सुनवाई के बाद, अदालत निर्णय देगी। अगर शिकायतकर्ता का पक्ष सही पाया गया, तो अदालत मुआवजा या अन्य उपयुक्त राहत प्रदान कर सकती है।
6. निर्णय का पालन
- निर्णय का पालन: अगर संबंधित पार्टी अदालत के आदेश का पालन नहीं करती है, तो आप अदालत के आदेश के अनुपालन के लिए और कानूनी कार्यवाही कर सकते हैं।
दस्तावेज़ की सूची:
1. शिकायत पत्र
2. विधिक नोटिस की प्रतिलिपि
3. संबंधित दस्तावेज़ जैसे रसीदें, गारंटी कार्ड, वार्तालाप की प्रतिलिपियाँ
4. पहचान पत्र की प्रतिलिपि
आवश्यकताएँ:
- स्पष्ट और संक्षिप्त भाषा में शिकायत लिखें।
- सभी दस्तावेज़ों की मूल प्रतियाँ और कुछ प्रतिलिपियाँ साथ रखें।
- संबंधित फोरम की आवश्यकताओं और फीस के बारे में अग्रिम जानकारी प्राप्त करें।
उपभोक्ता अदालत में शिकायत दर्ज करना एक कानूनी प्रक्रिया है, और इसे सावधानीपूर्वक करना चाहिए। आवश्यकतानुसार कानूनी सलाहकार की मदद लें।
उपभोक्ता अदालत में शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया
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Forum rules
हिन्दी डिस्कशन फोरम में पोस्टिंग एवं पेमेंट के लिए नियम with effect from 18.12.2024
1. यह कोई paid to post forum नहीं है। हम हिंदी को प्रोत्साहन देने के लिये कुछ आयोजन करते हैं और पुरस्कार भी उसी के अंतर्गत दिए जाते हैं। अभी निम्न आयोजन चल रहा है
https://hindidiscussionforum.com/viewto ... t=10#p4972
2. अधिकतम पेमेंट प्रति सदस्य -रुपये 1000 (एक हजार मात्र) पाक्षिक (हर 15 दिन में)।
3. अगर कोई सदस्य एक हजार से ज्यादा रुपये की पोस्टिग करता है, तो बचे हुए रुपये का बैलन्स forward हो जाएगा और उनके account में जुड़ता चला जाएआ।
4. सदस्यों द्वारा करी गई प्रत्येक पोस्टिंग का मौलिक एवं अर्थपूर्ण होना अपेक्षित है।
5. पेमेंट के पहले प्रत्येक सदस्य की postings की random checking होती है। इस दौरान यदि उनकी postings में copy /paste अथवा अनर्थपूर्ण content की मात्रा अधिक/अनुचित पाई जाती है, तो उन्हें एक रुपये प्रति पोस्ट के हिसाब से पेमेंट किया जाएगा।
6. अगर किसी सदस्य की postings में नियमित रूप से copy /paste अथवा अनर्थपूर्ण content की मात्रा अधिक/अनुचित पाई जाती है, तो उसका account deactivate होने की प्रबल संभावना है।
7. किसी भी विवादित स्थिति में हिन्दी डिस्कशन फोरम संयुक्त परिवार के management द्वारा लिया गया निर्णय अंतिम एवं सर्वमान्य होगा।
8. यह फोरम एवं इसमे आयोजित सारी प्रतियोगिताएं हिन्दी प्रेमियों द्वारा, हिन्दी प्रेमियों के लिए, सुभावना लिए, प्रेम से किया गया प्रयास मात्र है। यदि इसे इसी भावना से लिया जाए, तो हमारा विश्वास है की कोई विशेष समस्या नहीं आएगी।
यदि फिर भी .. तो कृपया हमसे संपर्क साधें। आपकी समस्या का उचित निवारण करने का यथासंभव प्रयास करने हेतु हम कटिबद्ध है।
हिन्दी डिस्कशन फोरम में पोस्टिंग एवं पेमेंट के लिए नियम with effect from 18.12.2024
1. यह कोई paid to post forum नहीं है। हम हिंदी को प्रोत्साहन देने के लिये कुछ आयोजन करते हैं और पुरस्कार भी उसी के अंतर्गत दिए जाते हैं। अभी निम्न आयोजन चल रहा है
https://hindidiscussionforum.com/viewto ... t=10#p4972
2. अधिकतम पेमेंट प्रति सदस्य -रुपये 1000 (एक हजार मात्र) पाक्षिक (हर 15 दिन में)।
3. अगर कोई सदस्य एक हजार से ज्यादा रुपये की पोस्टिग करता है, तो बचे हुए रुपये का बैलन्स forward हो जाएगा और उनके account में जुड़ता चला जाएआ।
4. सदस्यों द्वारा करी गई प्रत्येक पोस्टिंग का मौलिक एवं अर्थपूर्ण होना अपेक्षित है।
5. पेमेंट के पहले प्रत्येक सदस्य की postings की random checking होती है। इस दौरान यदि उनकी postings में copy /paste अथवा अनर्थपूर्ण content की मात्रा अधिक/अनुचित पाई जाती है, तो उन्हें एक रुपये प्रति पोस्ट के हिसाब से पेमेंट किया जाएगा।
6. अगर किसी सदस्य की postings में नियमित रूप से copy /paste अथवा अनर्थपूर्ण content की मात्रा अधिक/अनुचित पाई जाती है, तो उसका account deactivate होने की प्रबल संभावना है।
7. किसी भी विवादित स्थिति में हिन्दी डिस्कशन फोरम संयुक्त परिवार के management द्वारा लिया गया निर्णय अंतिम एवं सर्वमान्य होगा।
8. यह फोरम एवं इसमे आयोजित सारी प्रतियोगिताएं हिन्दी प्रेमियों द्वारा, हिन्दी प्रेमियों के लिए, सुभावना लिए, प्रेम से किया गया प्रयास मात्र है। यदि इसे इसी भावना से लिया जाए, तो हमारा विश्वास है की कोई विशेष समस्या नहीं आएगी।
यदि फिर भी .. तो कृपया हमसे संपर्क साधें। आपकी समस्या का उचित निवारण करने का यथासंभव प्रयास करने हेतु हम कटिबद्ध है।
Re: उपभोक्ता अदालत में शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया
bahut rochak jaankari, bahut upayogi bhi .....LinkBlogs wrote: Tue Jul 16, 2024 6:47 pm उपभोक्ता अदालत में शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया कुछ कदमों में की जाती है। यहाँ एक सामान्य मार्गदर्शन दिया जा रहा है:
1. शिकायत तैयार करना
- शिकायत पत्र: शिकायत पत्र में पूरी घटना का विवरण दें। इसमें आपकी शिकायत का कारण, कंपनी या व्यक्ति का नाम, पता, और आपके द्वारा प्राप्त सेवाओं या वस्तुओं का विवरण होना चाहिए।
- समर्थन दस्तावेज: आपके पास जो भी दस्तावेज़ हों, जैसे रसीदें, गारंटी कार्ड, ईमेल वार्तालाप, आदि, उनकी प्रतियाँ संलग्न करें।
2. विधिक नोटिस भेजना
- विधिक नोटिस: उपभोक्ता अदालत में शिकायत दर्ज करने से पहले, आप संबंधित कंपनी या व्यक्ति को विधिक नोटिस भेजें। इसमें शिकायत के बारे में जानकारी दें और समाधान की मांग करें। आमतौर पर, 15-30 दिनों का समय समाधान के लिए दिया जाता है।
3. शिकायत दर्ज करना
- उपभोक्ता अदालत: अगर विधिक नोटिस का जवाब संतोषजनक नहीं है या आपको समाधान नहीं मिलता है, तो आप उपभोक्ता अदालत में शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
- फोरम का चयन: आपके मामले के आधार पर, आपको जिला उपभोक्ता विवाद निवारण फोरम (District Consumer Disputes Redressal Forum), राज्य उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग (State Consumer Disputes Redressal Commission), या राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग (National Consumer Disputes Redressal Commission) में शिकायत दर्ज करनी होगी।
- जिला फोरम: जब शिकायत की राशि ₹20 लाख तक हो।
- राज्य आयोग: जब शिकायत की राशि ₹20 लाख से ₹1 करोड़ तक हो।
- राष्ट्रीय आयोग: जब शिकायत की राशि ₹1 करोड़ से अधिक हो।
4. शिकायत फाइल करना
- शिकायत पत्र: अपनी शिकायत का एक साफ-सुथरा पत्र तैयार करें।
- फीस का भुगतान: संबंधित फोरम में शिकायत दाखिल करने के लिए नाममात्र शुल्क जमा करें। यह शुल्क आमतौर पर शिकायत की राशि पर निर्भर करता है।
- शिकायत दाखिल करें: उपभोक्ता अदालत में व्यक्तिगत रूप से जाकर या वकील के माध्यम से अपनी शिकायत दर्ज करें।
5. शिकायत की प्रक्रिया
- अदालत का नोटिस: अदालत आपकी शिकायत स्वीकार कर लेगी और संबंधित पार्टी को नोटिस भेजेगी।
- सुनवाई: अदालत में सुनवाई होगी, जहाँ दोनों पक्ष अपनी बात रखेंगे।
- निर्णय: सुनवाई के बाद, अदालत निर्णय देगी। अगर शिकायतकर्ता का पक्ष सही पाया गया, तो अदालत मुआवजा या अन्य उपयुक्त राहत प्रदान कर सकती है।
6. निर्णय का पालन
- निर्णय का पालन: अगर संबंधित पार्टी अदालत के आदेश का पालन नहीं करती है, तो आप अदालत के आदेश के अनुपालन के लिए और कानूनी कार्यवाही कर सकते हैं।
दस्तावेज़ की सूची:
1. शिकायत पत्र
2. विधिक नोटिस की प्रतिलिपि
3. संबंधित दस्तावेज़ जैसे रसीदें, गारंटी कार्ड, वार्तालाप की प्रतिलिपियाँ
4. पहचान पत्र की प्रतिलिपि
आवश्यकताएँ:
- स्पष्ट और संक्षिप्त भाषा में शिकायत लिखें।
- सभी दस्तावेज़ों की मूल प्रतियाँ और कुछ प्रतिलिपियाँ साथ रखें।
- संबंधित फोरम की आवश्यकताओं और फीस के बारे में अग्रिम जानकारी प्राप्त करें।
उपभोक्ता अदालत में शिकायत दर्ज करना एक कानूनी प्रक्रिया है, और इसे सावधानीपूर्वक करना चाहिए। आवश्यकतानुसार कानूनी सलाहकार की मदद लें।

Re: उपभोक्ता अदालत में शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया
उपभोक्ता अदालत में शिकायत दर्ज करने के लिए पहले यह समझें कि आपका मामला किस फोरम में जाएगा—जिला, राज्य, या राष्ट्रीय। शिकायत लिखित में तैयार करें, जिसमें अपना नाम, पता और पूरी समस्या का विवरण हो। अपने दस्तावेज़ जैसे बिल, गारंटी कार्ड, या संबंधित प्रमाण को साथ में जोड़ें। शिकायत की एक कॉपी उस विक्रेता, निर्माता, या सेवा प्रदाता को भेजें, जिसके खिलाफ मामला दर्ज करना है। यह प्रक्रिया सुनिश्चित करती है कि आपकी शिकायत फोरम में सही तरीके से सुनी जाए।
-
- अबकी बार, 500 पार?
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- Joined: Mon Nov 18, 2024 3:19 pm
Re: उपभोक्ता अदालत में शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया
शिकायत सादे कागज़ पर लिखनी चाहिए.
शिकायत में सभी विवरणों का उल्लेख करना चाहिए, जैसे कि कब और कहां यह घटना हुई.
शिकायत में आरोपों के समर्थन में दस्तावेज़ लगाने चाहिए.
शिकायत में शिकायतकर्ता और विपरीत पक्ष का नाम और पता लिखना चाहिए.
शिकायत लिखित रूप से नोटरीकृत करानी चाहिए.
शिकायत की तीन प्रतियां जमा करानी होती हैं.
शिकायत में सभी विवरणों का उल्लेख करना चाहिए, जैसे कि कब और कहां यह घटना हुई.
शिकायत में आरोपों के समर्थन में दस्तावेज़ लगाने चाहिए.
शिकायत में शिकायतकर्ता और विपरीत पक्ष का नाम और पता लिखना चाहिए.
शिकायत लिखित रूप से नोटरीकृत करानी चाहिए.
शिकायत की तीन प्रतियां जमा करानी होती हैं.