Source: https://www.bbc.com/hindi/articles/cxw2dewpepnoब्रिटेन, अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने ये चेतावनी दी है कि उत्तर कोरिया के हैकर्स दुनिया भर की सरकारी और प्राइवेट कंपनियों से परमाणु और सैन्य गोपनीय जानकारियां चुराने की कोशिश कर रहे हैं.
इन देशों का कहना है कि हैकरों के ग्रुप को एंडेरियल और ऑन्क्सी स्लीट है. ये ग्रुप रक्षा, एरोस्पेस, परमाणु और इंजीनियरिंग से जुड़ी इकाइयों को अपना निशाना बना रहा है ताकि गोपनीय जानकारी जुटा सके. इसका मक़सद उत्तर कोरिया की सैन्य और परमाणु योजनाओं को बल देना है.
ये समूह यूरेनियम प्रोसेसिंग से लेकर टैंकों और पनडुब्बियों तक, अलग-अलग किस्म की जानकारी चुराने की जुगत में है.
इस समूह ने अभी तक भारत, ब्रिटेन, अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान सहित कई देशों को अपना निशाना बनाया है.
ऐसा माना जा रहा है कि अमेरिका वायुसेना के अड्डे, नासा और रक्षा क्षेत्र से जुड़ी कंपनियां निशाना बनाए गए हैं.
उत्तर कोरिया के हैकरों के निशाने पर दुनियाभर की परमाणु और सैन्य गोपनीय जानकारियां, क्या भारत पर भी हैं निगाहें?
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हिन्दी डिस्कशन फोरम में पोस्टिंग एवं पेमेंट के लिए नियम with effect from 18.12.2024
1. यह कोई paid to post forum नहीं है। हम हिंदी को प्रोत्साहन देने के लिये कुछ आयोजन करते हैं और पुरस्कार भी उसी के अंतर्गत दिए जाते हैं। अभी निम्न आयोजन चल रहा है
https://hindidiscussionforum.com/viewto ... t=10#p4972
2. अधिकतम पेमेंट प्रति सदस्य -रुपये 1000 (एक हजार मात्र) पाक्षिक (हर 15 दिन में)।
3. अगर कोई सदस्य एक हजार से ज्यादा रुपये की पोस्टिग करता है, तो बचे हुए रुपये का बैलन्स forward हो जाएगा और उनके account में जुड़ता चला जाएआ।
4. सदस्यों द्वारा करी गई प्रत्येक पोस्टिंग का मौलिक एवं अर्थपूर्ण होना अपेक्षित है।
5. पेमेंट के पहले प्रत्येक सदस्य की postings की random checking होती है। इस दौरान यदि उनकी postings में copy /paste अथवा अनर्थपूर्ण content की मात्रा अधिक/अनुचित पाई जाती है, तो उन्हें एक रुपये प्रति पोस्ट के हिसाब से पेमेंट किया जाएगा।
6. अगर किसी सदस्य की postings में नियमित रूप से copy /paste अथवा अनर्थपूर्ण content की मात्रा अधिक/अनुचित पाई जाती है, तो उसका account deactivate होने की प्रबल संभावना है।
7. किसी भी विवादित स्थिति में हिन्दी डिस्कशन फोरम संयुक्त परिवार के management द्वारा लिया गया निर्णय अंतिम एवं सर्वमान्य होगा।
8. यह फोरम एवं इसमे आयोजित सारी प्रतियोगिताएं हिन्दी प्रेमियों द्वारा, हिन्दी प्रेमियों के लिए, सुभावना लिए, प्रेम से किया गया प्रयास मात्र है। यदि इसे इसी भावना से लिया जाए, तो हमारा विश्वास है की कोई विशेष समस्या नहीं आएगी।
यदि फिर भी .. तो कृपया हमसे संपर्क साधें। आपकी समस्या का उचित निवारण करने का यथासंभव प्रयास करने हेतु हम कटिबद्ध है।
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1. यह कोई paid to post forum नहीं है। हम हिंदी को प्रोत्साहन देने के लिये कुछ आयोजन करते हैं और पुरस्कार भी उसी के अंतर्गत दिए जाते हैं। अभी निम्न आयोजन चल रहा है
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- या खुदा ! एक हज R !!! पोस्टर महा लपक के वाले !!!
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उत्तर कोरिया के हैकरों के निशाने पर दुनियाभर की परमाणु और सैन्य गोपनीय जानकारियां, क्या भारत पर भी हैं निगाहें?
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- यारा एक हजारा , देख मैं आरा!!!
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Re: उत्तर कोरिया के हैकरों के निशाने पर दुनियाभर की परमाणु और सैन्य गोपनीय जानकारियां, क्या भारत पर भी हैं निगाहें?
उत्तर कोरिया अब बहुत संवेदनशील देश बन गया है जो विश्वपटल पर अपनी क्षाती चौड़ा कर के बैठा हुवा है | अभी हाल में ही उत्तर कोरिया का प्रेसिडेंट ने अमेरिका को डो टूक सुना डाला था इस से उसके तेवर बिलकुल साफ़ पता चलते है| उत्तर कोरिया यह सारा काम दक्षिण कोरिया के सामने दबदबा बनने और खोयी हुयी संप्रभुता की लड़की पे पक्षधर दिख रहा है| परमाणु कार्यक्रमों में सेंध लगा के यह गुप्त सूत्र प्राप्त करने की कोशिश भी हो सकती है|
"जो भरा नहीं है भावों से, जिसमें बहती रसधार नहीं, वह हृदय नहीं पत्थर है, जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं"
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- 400 पार !! ये बाबा!!! ...मतलब की ऐसे ...!!!!
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Re: उत्तर कोरिया के हैकरों के निशाने पर दुनियाभर की परमाणु और सैन्य गोपनीय जानकारियां, क्या भारत पर भी हैं निगाहें?
पहले की अपेक्षा उत्तर कोरिया संवेदनशील हो गया है। जो विश्व पटल पर छाती जमाई बैठा हुआ है। हाल ही में उत्तर कोरिया के प्रेसिडेंट ने अमेरिका को खरी खोटी सुनाई है। इससे उसका व्यवहार साफ नजर आ रहा है ,उत्तर कोरिया यह सारा काम दक्षिण कोरिया के सामने दबदबा बनाने और कोई हुई ,संप्रभुता को वापस लाने के लिए कर रहा है
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- Joined: Mon Aug 05, 2024 10:21 am
Re: उत्तर कोरिया के हैकरों के निशाने पर दुनियाभर की परमाणु और सैन्य गोपनीय जानकारियां, क्या भारत पर भी हैं निगाहें?
उत्तर कोरिया आने वाले समय में विश्व पटेल पर एक बहुत ही बड़ा खतरा बनकर खड़ा होने वाला है अब क्योंकि रसिया और चीन का स्कोर भरपूर समर्थन है इसलिए या अमेरिका को भी आंखें दिखाने से बुरेज नहीं करता। उत्तर कोरिया के नियम कानून आम जनता के लिए कितने खतरनाक हैं कि आप जान लें तो शायद वहां जाकर रहना भी ना चाहे।
उत्तर कोरिया धीमे-धीमे अपने परमाणु कार्यक्रम को तेजी से बड़ा रहा है पिछले कुछ साल पहले उसके पास साथ परमाणु बम थे जिनकी संख्या बढ़ाने के लिए रूस और चीन की मदद वह जरूर लगा और यह दोनों देश अमेरिका के खिलाफ एक दुश्मन देश की तरह से उत्तर कोरिया को खड़ा करने में कोई कम नहीं छोड़ना चाहते क्योंकि साबरी देकर अपना प्रभुत्व अपनी रास्ता अपना स्थाई हर देश की समाचार आ रहा है।
उत्तर कोरिया धीमे-धीमे अपने परमाणु कार्यक्रम को तेजी से बड़ा रहा है पिछले कुछ साल पहले उसके पास साथ परमाणु बम थे जिनकी संख्या बढ़ाने के लिए रूस और चीन की मदद वह जरूर लगा और यह दोनों देश अमेरिका के खिलाफ एक दुश्मन देश की तरह से उत्तर कोरिया को खड़ा करने में कोई कम नहीं छोड़ना चाहते क्योंकि साबरी देकर अपना प्रभुत्व अपनी रास्ता अपना स्थाई हर देश की समाचार आ रहा है।
"जो भरा नहीं है भावों से, जिसमें बहती रसधार नहीं, वह हृदय नहीं पत्थर है, जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं"