कनाडा अपने अस्थायी निवासी जनसंख्या को प्रबंधित करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को जारी किए जाने वाले अध्ययन परमिट की संख्या को कम करके और कार्य परमिट के लिए पात्रता को कड़ा करके कदम उठा रहा है। सरकार 2024 में अध्ययन परमिट की संख्या को 4,85,000 से घटाकर 2025 में 4,37,000 करने की योजना बना रही है, जो 10 प्रतिशत की कमी है।
शिक्षा भारत और कनाडा के बीच आपसी हित का एक प्रमुख क्षेत्र है। भारत विदेशी छात्रों का सबसे बड़ा स्रोत देश है, जहाँ अनुमानित 427,000 भारतीय छात्र कनाडा में अध्ययन कर रहे हैं।
कनाडा ने छात्र वीज़ा और आव्रजन नियमों को कड़ा किया; भारतीय छात्र जांच के दायरे में
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Re: कनाडा ने छात्र वीज़ा और आव्रजन नियमों को कड़ा किया; भारतीय छात्र जांच के दायरे में
कनाडा में वीजा नियमों में भारत जैसे तीसरे मुल्क के देशों के लिए हुए भारी फेरबदल से यह हमारे देश के लिए एक तमाचा है। कोई भी देश की छवि उसके नागरिकों से बनती है और हम पोलैंड से व्यापार में सामान्य बोलचाल में सामाजिक परिपेक्ष में कैसे बर्ताव करते हैं यह हमारे भारत देश के गौरव या पतन का कारण बनती है।
कनाडा के लोग बहुत ही सदाचारी और नेक दिल होते हैं और वह हर किसी की मदद के लिए हमेशा बिना कहे आगे खड़े रहते हैं। लेकिन कुछ भारतीयों के गंदे व्यवहार ऑनलाइन स्कैन फ्रॉड और निश्चित तौर पर जो लोग पोलैंड जाकर रहते हैं अपने बातचीत व्यवहार से शायद थोड़े बहुत लालच या महत्वाकांक्षा अपने ठगी के माध्यम से पूरा कर लेते हो लेकिन उन्हें पता होना चाहिए की सेवा देश का नाम मटिया मेट कर रहे हैं और उन्हें चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए।
अगर आप ध्यान से देखें तो फ्रांस के नागरिकों को किसी भी देश में जाने के लिए लगभग लगभग वीजा की जरूरत ही नहीं है और है तो वह सामान्य प्रक्रिया में निश्चित तौर पर पास कर दिया जाता है क्योंकि वहां के लोगों की छवि बाकी देशों में कैसी बनती है यह हमारे पासपोर्ट के पास होने ना होने से ही पता चलता है।
उदाहरण के लिए पाकिस्तान था लेकिन अब धीरे-धीरे भारतीयों के मलिन बुद्धि और निजित और लालच में किए गए कार्यों से अपने देश के महान सम्मान और अपने बाकी भाई बहनों का भी सम्मान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं जिससे हमें बचाना चाहिए या कम से कम कुछ शर्म लाज तो होना ही चाहिए।
कनाडा के लोग बहुत ही सदाचारी और नेक दिल होते हैं और वह हर किसी की मदद के लिए हमेशा बिना कहे आगे खड़े रहते हैं। लेकिन कुछ भारतीयों के गंदे व्यवहार ऑनलाइन स्कैन फ्रॉड और निश्चित तौर पर जो लोग पोलैंड जाकर रहते हैं अपने बातचीत व्यवहार से शायद थोड़े बहुत लालच या महत्वाकांक्षा अपने ठगी के माध्यम से पूरा कर लेते हो लेकिन उन्हें पता होना चाहिए की सेवा देश का नाम मटिया मेट कर रहे हैं और उन्हें चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए।
अगर आप ध्यान से देखें तो फ्रांस के नागरिकों को किसी भी देश में जाने के लिए लगभग लगभग वीजा की जरूरत ही नहीं है और है तो वह सामान्य प्रक्रिया में निश्चित तौर पर पास कर दिया जाता है क्योंकि वहां के लोगों की छवि बाकी देशों में कैसी बनती है यह हमारे पासपोर्ट के पास होने ना होने से ही पता चलता है।
उदाहरण के लिए पाकिस्तान था लेकिन अब धीरे-धीरे भारतीयों के मलिन बुद्धि और निजित और लालच में किए गए कार्यों से अपने देश के महान सम्मान और अपने बाकी भाई बहनों का भी सम्मान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं जिससे हमें बचाना चाहिए या कम से कम कुछ शर्म लाज तो होना ही चाहिए।
"जो भरा नहीं है भावों से, जिसमें बहती रसधार नहीं, वह हृदय नहीं पत्थर है, जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं"
Re: कनाडा ने छात्र वीज़ा और आव्रजन नियमों को कड़ा किया; भारतीय छात्र जांच के दायरे में
कनाडा ने हाल ही में छात्र वीज़ा और आव्रजन नियमों को कड़ा किया है। इसके पीछे कई कारण हैं:
अधिक आवेदन: पिछले कुछ वर्षों में कनाडा में अध्ययन करने के लिए भारतीय छात्रों के आवेदनों में भारी वृद्धि हुई है। इस बढ़ती संख्या को संभालना और यह सुनिश्चित करना कि सभी छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल रही है, एक चुनौती बन गया है।
अवैध प्रवास: कुछ छात्रों द्वारा अध्ययन के बाद कनाडा में अवैध रूप से रहने के मामलों में वृद्धि हुई है। सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि छात्र वास्तव में अध्ययन करने के लिए ही आएं और अध्ययन पूरा करने के बाद देश छोड़ दें।
शिक्षण संस्थानों पर दबाव: बढ़ती संख्या में छात्रों के कारण कनाडा के शिक्षण संस्थानों पर काफी दबाव बढ़ गया है। सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि शिक्षा की गुणवत्ता प्रभावित न हो।
अधिक आवेदन: पिछले कुछ वर्षों में कनाडा में अध्ययन करने के लिए भारतीय छात्रों के आवेदनों में भारी वृद्धि हुई है। इस बढ़ती संख्या को संभालना और यह सुनिश्चित करना कि सभी छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल रही है, एक चुनौती बन गया है।
अवैध प्रवास: कुछ छात्रों द्वारा अध्ययन के बाद कनाडा में अवैध रूप से रहने के मामलों में वृद्धि हुई है। सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि छात्र वास्तव में अध्ययन करने के लिए ही आएं और अध्ययन पूरा करने के बाद देश छोड़ दें।
शिक्षण संस्थानों पर दबाव: बढ़ती संख्या में छात्रों के कारण कनाडा के शिक्षण संस्थानों पर काफी दबाव बढ़ गया है। सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि शिक्षा की गुणवत्ता प्रभावित न हो।