भारत में उपभोक्ता विवाद निवारण के लिए विभिन्न स्तरों पर फोरम और आयोग होते हैं, जो उपभोक्ताओं की शिकायतों और विवादों का समाधान करते हैं। यहाँ इन फोरमों और आयोगों के नाम और उनके कामकाज के बारे में विवरण है:
1. जिला उपभोक्ता फोरम (District Consumer Forum)
- नाम: इसका नाम सामान्यतः "जिला उपभोक्ता विवाद निवारण फोरम" या "जिला उपभोक्ता फोरम" होता है।
- कार्य: यह फोरम जिला स्तर पर स्थित होता है और उपभोक्ताओं की छोटी-मोटी समस्याओं और शिकायतों का समाधान करता है। यहाँ पर उपभोक्ता अपनी शिकायतें दर्ज कर सकते हैं, यदि उनकी समस्याएँ स्थानीय स्तर पर हल नहीं होती हैं।
2. राज्य उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग (State Consumer Disputes Redressal Commission)
- नाम: हर राज्य और संघ शासित प्रदेश में अलग-अलग राज्य उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग होते हैं, जैसे:
- उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश राज्य उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग
- महाराष्ट्र: महाराष्ट्र राज्य उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग
- दिल्ली: दिल्ली राज्य उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग
- पंजाब: पंजाब राज्य उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग
- और इसी तरह सभी राज्यों के लिए विशेष नाम होते हैं।
- कार्य: यह आयोग राज्य स्तर पर काम करता है और जिला फोरम के निर्णयों के खिलाफ अपील की जाती है। इसके अलावा, राज्य आयोग बड़े और जटिल विवादों को भी निपटाता है।
3. राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग (National Consumer Disputes Redressal Commission)
- नाम: राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग या NCDRC (National Consumer Disputes Redressal Commission)
- कार्य: यह आयोग पूरे देश के स्तर पर कार्य करता है और राज्य आयोगों के निर्णयों के खिलाफ अपील की जाती है। यह गंभीर और जटिल विवादों का निपटान करता है और इसके निर्णय पूरे देश में लागू होते हैं।
उदाहरण
- दिल्ली में: "दिल्ली राज्य उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग"
- महाराष्ट्र में: "महाराष्ट्र राज्य उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग"
- उत्तर प्रदेश में: "उत्तर प्रदेश राज्य उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग"
- पंजाब में: "पंजाब राज्य उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग"
इन सभी फोरमों और आयोगों का उद्देश्य उपभोक्ताओं के अधिकारों की रक्षा करना और उन्हें उचित न्याय प्रदान करना है।
What are the names of the consumer forum?
Forum rules
हिन्दी डिस्कशन फोरम में पोस्टिंग एवं पेमेंट के लिए नियम with effect from 18.12.2024
1. यह कोई paid to post forum नहीं है। हम हिंदी को प्रोत्साहन देने के लिये कुछ आयोजन करते हैं और पुरस्कार भी उसी के अंतर्गत दिए जाते हैं। अभी निम्न आयोजन चल रहा है
https://hindidiscussionforum.com/viewto ... t=10#p4972
2. अधिकतम पेमेंट प्रति सदस्य -रुपये 1000 (एक हजार मात्र) पाक्षिक (हर 15 दिन में)।
3. अगर कोई सदस्य एक हजार से ज्यादा रुपये की पोस्टिग करता है, तो बचे हुए रुपये का बैलन्स forward हो जाएगा और उनके account में जुड़ता चला जाएआ।
4. सदस्यों द्वारा करी गई प्रत्येक पोस्टिंग का मौलिक एवं अर्थपूर्ण होना अपेक्षित है।
5. पेमेंट के पहले प्रत्येक सदस्य की postings की random checking होती है। इस दौरान यदि उनकी postings में copy /paste अथवा अनर्थपूर्ण content की मात्रा अधिक/अनुचित पाई जाती है, तो उन्हें एक रुपये प्रति पोस्ट के हिसाब से पेमेंट किया जाएगा।
6. अगर किसी सदस्य की postings में नियमित रूप से copy /paste अथवा अनर्थपूर्ण content की मात्रा अधिक/अनुचित पाई जाती है, तो उसका account deactivate होने की प्रबल संभावना है।
7. किसी भी विवादित स्थिति में हिन्दी डिस्कशन फोरम संयुक्त परिवार के management द्वारा लिया गया निर्णय अंतिम एवं सर्वमान्य होगा।
8. यह फोरम एवं इसमे आयोजित सारी प्रतियोगिताएं हिन्दी प्रेमियों द्वारा, हिन्दी प्रेमियों के लिए, सुभावना लिए, प्रेम से किया गया प्रयास मात्र है। यदि इसे इसी भावना से लिया जाए, तो हमारा विश्वास है की कोई विशेष समस्या नहीं आएगी।
यदि फिर भी .. तो कृपया हमसे संपर्क साधें। आपकी समस्या का उचित निवारण करने का यथासंभव प्रयास करने हेतु हम कटिबद्ध है।
हिन्दी डिस्कशन फोरम में पोस्टिंग एवं पेमेंट के लिए नियम with effect from 18.12.2024
1. यह कोई paid to post forum नहीं है। हम हिंदी को प्रोत्साहन देने के लिये कुछ आयोजन करते हैं और पुरस्कार भी उसी के अंतर्गत दिए जाते हैं। अभी निम्न आयोजन चल रहा है
https://hindidiscussionforum.com/viewto ... t=10#p4972
2. अधिकतम पेमेंट प्रति सदस्य -रुपये 1000 (एक हजार मात्र) पाक्षिक (हर 15 दिन में)।
3. अगर कोई सदस्य एक हजार से ज्यादा रुपये की पोस्टिग करता है, तो बचे हुए रुपये का बैलन्स forward हो जाएगा और उनके account में जुड़ता चला जाएआ।
4. सदस्यों द्वारा करी गई प्रत्येक पोस्टिंग का मौलिक एवं अर्थपूर्ण होना अपेक्षित है।
5. पेमेंट के पहले प्रत्येक सदस्य की postings की random checking होती है। इस दौरान यदि उनकी postings में copy /paste अथवा अनर्थपूर्ण content की मात्रा अधिक/अनुचित पाई जाती है, तो उन्हें एक रुपये प्रति पोस्ट के हिसाब से पेमेंट किया जाएगा।
6. अगर किसी सदस्य की postings में नियमित रूप से copy /paste अथवा अनर्थपूर्ण content की मात्रा अधिक/अनुचित पाई जाती है, तो उसका account deactivate होने की प्रबल संभावना है।
7. किसी भी विवादित स्थिति में हिन्दी डिस्कशन फोरम संयुक्त परिवार के management द्वारा लिया गया निर्णय अंतिम एवं सर्वमान्य होगा।
8. यह फोरम एवं इसमे आयोजित सारी प्रतियोगिताएं हिन्दी प्रेमियों द्वारा, हिन्दी प्रेमियों के लिए, सुभावना लिए, प्रेम से किया गया प्रयास मात्र है। यदि इसे इसी भावना से लिया जाए, तो हमारा विश्वास है की कोई विशेष समस्या नहीं आएगी।
यदि फिर भी .. तो कृपया हमसे संपर्क साधें। आपकी समस्या का उचित निवारण करने का यथासंभव प्रयास करने हेतु हम कटिबद्ध है।
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- सात सो!!!! पोस्टिंग के साथ !!! लाहौल विला कुव्वत!!!
- Posts: 709
- Joined: Sun Oct 13, 2024 12:32 am
Re: What are the names of the consumer forum?
भारत में उपभोक्ताओं की समस्याएं हल करने के लिए कई फोरम हैं। जिला उपभोक्ता विवाद निवारण फोरम छोटे मामलों को सुलझाता है। राज्य उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग बड़े और जटिल मामलों को देखता है। सबसे बड़ा फोरम राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग है, जो गंभीर और राष्ट्रीय स्तर के मामलों की सुनवाई करता है।
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- अबकी बार, 500 पार?
- Posts: 450
- Joined: Mon Nov 18, 2024 3:19 pm
Re: What are the names of the consumer forum?
राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग
यह मंच राष्ट्रीय स्तर पर कार्य करता है और ऐसे उपभोक्ता विवादों से निपटता है जिनमें मुआवजे का दावा 1 करोड़ रुपये से अधिक है।
राष्ट्रीय उपभोक्ता हेल्पलाइन (एनसीएच) उपभोक्ताओं के लिए एक और संसाधन है। उपभोक्ता एनसीएच पोर्टल पर अपनी शिकायत की स्थिति को ट्रैक कर सकते हैं।
उपभोक्ता स्वैच्छिक उपभोक्ता संगठनों (VCO) से भी सहायता ले सकते हैं। VCO उपभोक्ताओं को याचिकाएँ तैयार करने, उन्हें परामर्श देने और निर्माता या सेवा प्रदाता के साथ सीधे मुद्दे उठाने में मदद कर सकते हैं।
यह मंच राष्ट्रीय स्तर पर कार्य करता है और ऐसे उपभोक्ता विवादों से निपटता है जिनमें मुआवजे का दावा 1 करोड़ रुपये से अधिक है।
राष्ट्रीय उपभोक्ता हेल्पलाइन (एनसीएच) उपभोक्ताओं के लिए एक और संसाधन है। उपभोक्ता एनसीएच पोर्टल पर अपनी शिकायत की स्थिति को ट्रैक कर सकते हैं।
उपभोक्ता स्वैच्छिक उपभोक्ता संगठनों (VCO) से भी सहायता ले सकते हैं। VCO उपभोक्ताओं को याचिकाएँ तैयार करने, उन्हें परामर्श देने और निर्माता या सेवा प्रदाता के साथ सीधे मुद्दे उठाने में मदद कर सकते हैं।
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- अबकी बार, 500 पार?
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- Joined: Mon Nov 18, 2024 3:19 pm
Re: What are the names of the consumer forum?
जिला उपभोक्ता विवाद निवारण फोरम (डीसीडीआरएफ)
यह जिला स्तर पर कार्य करता है तथा ऐसे उपभोक्ता विवादों का निपटारा करता है जहां दावा किया गया मुआवजा एक करोड़ रुपये से कम है।
राज्य उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग (एससीडीआरसी)
यह राज्य स्तर पर कार्य करता है और ऐसे उपभोक्ता विवादों से निपटता है जहां दावा किया गया मुआवजा एक करोड़ से दस करोड़ रुपये के बीच है
राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग (एनसीडीआरसी)
यह राष्ट्रीय स्तर पर कार्य करता है तथा ऐसे उपभोक्ता विवादों से निपटता है जहां दावा किया गया मुआवजा दस करोड़ रुपये से अधिक है
यह जिला स्तर पर कार्य करता है तथा ऐसे उपभोक्ता विवादों का निपटारा करता है जहां दावा किया गया मुआवजा एक करोड़ रुपये से कम है।
राज्य उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग (एससीडीआरसी)
यह राज्य स्तर पर कार्य करता है और ऐसे उपभोक्ता विवादों से निपटता है जहां दावा किया गया मुआवजा एक करोड़ से दस करोड़ रुपये के बीच है
राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग (एनसीडीआरसी)
यह राष्ट्रीय स्तर पर कार्य करता है तथा ऐसे उपभोक्ता विवादों से निपटता है जहां दावा किया गया मुआवजा दस करोड़ रुपये से अधिक है