हेड कोच गौतम गंभीर को राहुल द्रविड़ का मैसेज, बोले- मुश्किलें आएं तो मुस्कुरा देना
Posted: Sat Jul 27, 2024 3:55 pm
Source: https://www.india.com/hindi-news/cricke ... s-7117809/नई दिल्ली. भारतीय टीम के हेड कोच के रूप में राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) का कार्यकाल खत्म होने के बाद गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने उनकी जगह संभाल ली है. शनिवार से उनकी यह परीक्षा श्रीलंका के खिलाफ टी20 सीरीज से शुरू हो रही है. इस पहली परीक्षा से पहले टीम के पूर्व हेड कोच और पूर्व भारतीय कप्तान द्रविड़ ने गंभीर को स्पेशल संदेश भेजा है. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने इस मैसेज को अपने सोशल मीडिया एक्स हैंडल पर पोस्ट किया है, जिस पर गंभीर ने भी प्रतिक्रिया दी है.
द्रविड़ ने गंभीर से कहा, ‘हेलो गौतम, हमारी दुनिया की सबसे रोमांचक जॉब में आपका स्वागत है, जो भारतीय टीम का कोच होना है.’ इसके बाद द्रविड़ ने टी20 वर्ल्ड कप से लेकर भारत की विक्ट्री परेड की यादों के सुनहरे अहसास को गंभीर को बताते हुए कई खास मैसेज दिए हैं.
द्रविड़ ने कहा, ‘जब हम एक ही टीम के खिलाड़ी थे तो मैंने आपकी बैटिंग में वह झलक देखी है कि आप अपना सबकुछ झोंक देते थे. मैंने आपके बैटिंग और फील्डिंग साझेदार के तौर पर देखा है कि आप विरोधियों के सामने समर्पण करने के खिलाफ रहते थे और मैंने आपको तब भी नोटिस किया है. मैंने आपके कई आईपीएल सीजन में यह नोट किया है कि आप जीत के प्रति कितने इच्छुक रहते थे और मैंने युवा खिलाड़ियों की मदद करते भी आपको देखा है. मुझे पूरा भरोसा है कि आप यहां भी टीम के साथ न्याय करेंगे. आपको यहां खिलाड़ियों, सपॉर्टस्टाफ, मैनेजमेंट और सबसे ज्यादा जरूरी फैन्स का भरपूर साथ मिलेगा.’
इसके साथ ही द्रविड़ ने कहा, ‘जब भी आप मुश्किल समय में फंसे तो लंबी सांस छोड़कर एक कदम पीछे लेना और तब भी आपके लिए मुश्किल हो तो मुस्कुरा देना. इसके बाद जो भी होगा, लोग उससे हैरान हो जाएंगे. मैं गौतम गंभीर तुम्हें शुभकामनाएं देता हूं और मुझे भरोसा है कि आप भारतीय क्रिकेट को और भी ऊंचाइयों पर ले जाएंगे.’
इसके बाद गौती ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘देखों, मुझे नहीं मालूम कि इस पर मैं क्या कहूं. यह मैसेज मेरे लिए बहुत मायने रखता है. यह इसलिए नहीं कि यह उस व्यक्ति से आ रहा है, जिन्हें मैं रिप्लेस कर रहा हूं. यह ऐसे व्यक्ति से आ रहा हूं, जो जब खेलते थे तो मैं हमेशा उनकी ओर देखता था. वह निस्वार्थ खिलाड़ी थे, जिन्होंने भारतीय क्रिकेट की सेवा की. राहुल भाई ऐसे शख्स थे, जिन्हें भारतीय क्रिकेट के लिए कुछ भी या सब कुछ किया वह भारतीय क्रिकेट के लिए बहुत जरूरी था. मौजूदा और अगली पीढ़ियों को उनसे बहुत कुछ सीखना चाहिए.’