तेरे बिना ये रातें लंबी लगती हैं,
तेरी यादों की परछाईं हर जगह चलती है।
जब से तू दूर है, हर लम्हा अधूरा है,
दिल की धड़कन भी जैसे तन्हा सा है।
तेरे साथ बिताए वो हंसते-खिलखिलाते पल,
अब बस यादों में ही बचे हैं, जैसे खोया सा कल।
हर सुबह की किरण में तेरा चेहरा नज़र आता है,
तेरे बिना ये दिल, हर खुशी से बेगाना सा है।
तेरे बिना ये सारा जहाँ सुनसान सा लगता है,
तू जो पास होता, तो हर ग़म भी आसान सा लगता है।
आ लौट आ, मेरे दिल की धड़कन बनकर,
तेरे बिना ये जीवन, जैसे कोई अधूरा सा सफर।
अकेले होना
Re: अकेले होना
तेरे बिना घर भी सन्नाटा सा लगता है,
हर कोने में तेरा ही चेहरा नज़र आता है।
खिड़की से झांकूं तो आसमान भी उदास लगता है,
तेरे बिना ये जग बड़ा ही खाली-खाली लगता है।
हर पल तेरी यादें साथ निभाती हैं,
मगर तेरी अनुपस्थिति का दर्द सताती हैं।
कभी हँसता था मैं, कभी गाता था,
अब तो बस तेरी याद में ही बहाता हूँ।
हर कोने में तेरा ही चेहरा नज़र आता है।
खिड़की से झांकूं तो आसमान भी उदास लगता है,
तेरे बिना ये जग बड़ा ही खाली-खाली लगता है।
हर पल तेरी यादें साथ निभाती हैं,
मगर तेरी अनुपस्थिति का दर्द सताती हैं।
कभी हँसता था मैं, कभी गाता था,
अब तो बस तेरी याद में ही बहाता हूँ।
-
- Posts: 331
- Joined: Sun Nov 10, 2024 9:39 pm
Re: अकेले होना
अब अकेला नहीं होता मैं
तेरी यादें रहती है सदा साथ
कभी भूल नहीं पता मैं
तेरी मधुर मुस्कान को
और तेरी मीठी बोल
जीवन दायिनी है तेरी यादें
मुझे अकेलापन
महसूस नहीं होने देतीं।
तेरी यादें रहती है सदा साथ
कभी भूल नहीं पता मैं
तेरी मधुर मुस्कान को
और तेरी मीठी बोल
जीवन दायिनी है तेरी यादें
मुझे अकेलापन
महसूस नहीं होने देतीं।
-
- Posts: 43
- Joined: Mon Nov 18, 2024 3:19 pm
Re: अकेले होना
अकेले में इंसान अक्सर अपने बीते हुए पलों को याद करता है। जो कुछ खुशनुमा थे और कुछ गमगीन थे.। कभी पुरानी यादों में चला जाता है कभी हंसते हुए पलों में चला जाता है। अकेले में अक्सर इंसान अपनों को बहुत याद करता है.। कुछ हुए गलत बीते हुए पलों को सही करने की कोशिश करता है। कभी-कभी अकेलापन मनुष्य को हसीन लम्हों की याद दिलाता है। और वह उन पलों को सोचकर अकेला होते हुए भी अकेला नहीं होता वह पल ही ऐसे होते हैं। अकेलेपन पर एक खूबसूरत गीत है जो मुझे बहुत पसंद है जो किशोर कुमार जी का गीत है। मेरे संग संग आया तेरी यादों का मेला।Bhaskar.Rajni wrote: ↑Wed Nov 20, 2024 3:12 pm अब अकेला नहीं होता मैं
तेरी यादें रहती है सदा साथ
कभी भूल नहीं पता मैं
तेरी मधुर मुस्कान को
और तेरी मीठी बोल
जीवन दायिनी है तेरी यादें
मुझे अकेलापन
महसूस नहीं होने देतीं।
-
- Posts: 331
- Joined: Sun Nov 10, 2024 9:39 pm
Re: अकेले होना
सही कहा तुमने अकेले बैठकर इंसान को बीते हुए फलों की याद आ ही जाती है कुछ गमगीन और कुछ खुश कर देने वाले और कुछ पल जो बड़ी याद आते हैं वह जब हम तीनों मिलकर बड़ा हंसा करते थे और आजकल जब मैं अकेली हो जाती हूं तो वह वीडियो कॉल बाद याद आता है जो हम तीनों मिलकर किया करते थे क्या तुम दोनों मिलकर मुझे हंसते थे और एक दूसरे की शिकायतें लगते थे आजकल मैं उन लम्हों को बहुत मिस करती हूं।Sonal singh wrote: ↑Wed Nov 20, 2024 8:57 pmअकेले में इंसान अक्सर अपने बीते हुए पलों को याद करता है। जो कुछ खुशनुमा थे और कुछ गमगीन थे.। कभी पुरानी यादों में चला जाता है कभी हंसते हुए पलों में चला जाता है। अकेले में अक्सर इंसान अपनों को बहुत याद करता है.। कुछ हुए गलत बीते हुए पलों को सही करने की कोशिश करता है। कभी-कभी अकेलापन मनुष्य को हसीन लम्हों की याद दिलाता है। और वह उन पलों को सोचकर अकेला होते हुए भी अकेला नहीं होता वह पल ही ऐसे होते हैं। अकेलेपन पर एक खूबसूरत गीत है जो मुझे बहुत पसंद है जो किशोर कुमार जी का गीत है। मेरे संग संग आया तेरी यादों का मेला।Bhaskar.Rajni wrote: ↑Wed Nov 20, 2024 3:12 pm अब अकेला नहीं होता मैं
तेरी यादें रहती है सदा साथ
कभी भूल नहीं पता मैं
तेरी मधुर मुस्कान को
और तेरी मीठी बोल
जीवन दायिनी है तेरी यादें
मुझे अकेलापन
महसूस नहीं होने देतीं।